
महामारी के दौरान शिक्षा
29 October 2020
हाल ही में 28 सितम्बर 2020 को हमने एक वेबिनार आयोजित किया जिसमे कोविड के दौरान शिक्षा के क्षेत्र में संस्थायें किस प्रकार से कार्य कर रही हैं – इस पर चर्चा की गयी । चर्चा में विभिन्न राज्यों की पांच संस्थाओं ने भाग लिया, और उनके प्रतिनिधियों ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि वह लॉकडाउन में किस प्रकार बच्चों तक शिक्षा पहुँचाने का प्रयास कर रहे हैं ।
चर्चा के कुछ मुख्य बिंदु निम्नलिखित हैं:
निदान, बिहार
निदान के प्रोग्राम निदेशक राकेश त्रिपाठी ने अपनी संस्थान के कार्यों के बारे में बताया । निदान टीम बस्तियों में रहने वाले बच्चों को फोन, व्हाट्स एप्प व अन्य ऑनलाइन प्लेटफार्म के माध्यम से शिक्षा से जोड़े रखने के लिए निरंतर प्रयासरत है । ऐसे बच्चे जिनके पास स्मार्टफोन उपलब्ध नही है, उनके लिए कुछ टैबलेट का वितरण भी किया गया ।
समावेश, मध्य प्रदेश
समावेश संस्थान, मध्यप्रदेश के 6 जिलों और 2,500 प्राइमरी स्कूलों में शिक्षकों और प्रशासन के साथ मिलकर गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के लिए कार्य कर रही है । संस्थान के निदेशक अनवर जाफरी ने बताया कि DIGILEP जैसे कार्यक्रमों को उस पैमाने की सफलता नही मिली क्योंकि स्मार्टफोन, कंप्यूटर, इन्टरनेट कनेक्टिविटी केवल 10 से 15 प्रतिशत बच्चों तक ही सीमित है | इसीलिए ऑनलाइन कार्यक्रमों के साथ-साथ “हमारा घर हमारी पाठशाला” ऑफलाइन कार्यक्रम भी चलाया गया, जिसके तहत अध्यापक बच्चों के घर जाकर उन्हें पढ़ाते हैं ।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु बच्चों के लिए रोचक वर्कशीट तैयार की गयीं । समुदाय के सहयोग के बिना इस कार्यक्रम को सफल बनाना मुश्किल था और इसीलिए अभिभावकों के साथ बच्चों की कक्षा के अनुसार उनके पढने का स्तर क्या होना चाहिए इसको लेकर बातचीत शुरू हुई ।
आईडिया, महाराष्ट्र
आईडिया फाउंडेशन मुख्य रूप से समाज में वंचित वर्ग के विकास हेतु कार्य कर रही है । संस्थान की एसोसिएट डायरेक्टर मृणाल बडवे ने इस वेबिनार में भाग लिया और बताया कि कैसे उनकी टीम ने शिक्षकों की क्षमता सम्वर्धन के लिए ऑनलाइन प्रशिक्षण की शुरुआत की । शिक्षकों को अपग्रेड करने के साथ-साथ बच्चों और अभिभावकों को भी ऑनलाइन माध्यम के लिए तैयार किया गया ।
प्रथम, हिमाचल प्रदेश
हिमाचल प्रदेश में स्टेट हेड के पद पर नियुक्त जोगिन्दर शर्मा ने राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित “थोड़ी मस्ती थोड़ी पढ़ाई” कैंपेन के बारे में चर्चा की । इस कैम्पेन के तहत बच्चों के लिए पाठ्यक्रम से जुड़े व्हाट्स एप्प मेसेज तैयार किये गए और 11,000 समुदायों तक प्रथम ने अपनी पहुंच बनाई । प्रथम संस्थान “हर घर पाठशाला” कार्यक्रम के लिए कंटेंट तैयार करने में भी सरकार का सहयोग कर रही है ।
सम्पर्क, हिमाचल प्रदेश
संपर्क फाउंडेशन सरकार के साथ मिलकर सीखने के परिणामों में सुधार लाने हेतु कार्य कर रही है । संस्थान के प्रोजेक्ट प्रमुख राजन अधिकारी ने बताया की कैसे उनकी टीम ने लॉकडाउन के दौरान एप्प और रेडियो पॉडकास्ट के माध्यम से बच्चों को शिक्षा से जोड़े रखा और शिक्षा से जुडी सामग्री डिजिटल माध्यम से साझा की।
वेबिनार के अंत में प्री-प्राइमरी और प्राइमरी शिक्षा में आये परिवर्तन, शिक्षकों की क्षमता सम्वर्धन, शैक्षणिक गुणवत्ता, शिक्षा बजट जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई और सभी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर भी अपने विचार रखे ।
वेबिनार की रिकॉर्डिंग देखें ।